Uttrakhand Tunnel Rescue: झांसी के बहादुर परसादी लोधी व राकेश, भूपेंद्र राजपूत तीनों ने मिलकर उत्तराखंड टनल से 41मजदूरों को बाहर जीवित निकाला

Uttrakhand Tunnel Rescue: झांसी के बहादुर परसादी लोधी व राकेश, भूपेंद्र राजपूत तीनों ने मिलकर उत्तराखंड टनल से 41मजदूरों को बाहर जीवित निकाला
Uttrakhand Tunnel Rescue: झांसी के बहादुर परसादी लोधी व राकेश, भूपेंद्र राजपूत तीनों ने मिलकर उत्तराखंड टनल से 41मजदूरों को बाहर जीवित निकाला

Uttrakhand Tunnel Rescue:  उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने के कारण सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार को 17वें दिन सही सलामत निकल लिया गया है। 16 दिनों के बाद अंधेरे से निकले श्रमिकों ने खुशी की लहर है परिवार से मिलकर श्रमिकों ने राहत की सांस ली।

झांसी के परसादी लोधी
झांसी के वीर परसादी लोधी

परसादी लोधी ने संभाली कमान

रैट स्पेनर्स रेस्क्यू की कमान झांसी में रहने वाले प्रसादी लोदी ने संभाली। लगभग 12 साल से दिल्ली और अहमदाबाद में रैट होल माइनिंग का काम कर रहे प्रसादी के सामने टनल में फंसे लोगों को निकालने का पहला अनुभव था। लेकिन उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया। हिलटी हैंड ड्रिल मशीन को 800 मिमी के पाइप में ले जाकर ड्रिलिंग करते हुए मालवा निकलना शुरू कर दिया। क्योंकि टनल में जाना उनके लिए बाएं हाथ का खेल था ।और वह 600 मीटर पाइप के अंदर घुसकर भी रैट माइनिंग कर लेते थे। लिहाजा उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं आई लगभग 21 घंटे की मेहनत कर उनकी टीम ने 12 से 13 मीटर खुदाई की।

झांसी के राकेश राजपूत
झांसी के राकेश राजपूत

झांसी के वीर राकेश ने दांव पर लगा दी जान

प्रसादी के साथ झांसी का ही राकेश राजपूत भी ट्रेंचलैस कंपनी में पाइप पुशिंग का काम करता है। उसका काम मालवा निकालने का हैं। उसने गैंती और फावड़े की मदद से मालवा एकत्र किया। और ट्राली में चढ़कर बाहर खींचा पहले अमेरिकन आगर मशीन से ड्रिल कराई लेकिन यह दगा दे गई ।इससे राकेश भी सुरंग में फंस गए उनके वापस जीवित लौटने की उम्मीद कम हो गई थी ,लेकिन हौसला रखा। इसी बीच रैट माइनर्स ने मोर्चा संभाला।फिर क्या था पर परसादी का दिमाग और राकेश का हौसला काम कर गया ।और सभी श्रमिक सकुशल बाहर निकल आए ।इसमें झांसी के ही भूपेंद्र राजपूत ने भी सक्रिय योगदान दिया मजदूरों को निकालने वाले दल में भी शामिल रहे।

12 नवंबर को जब पूरा देश दिवाली मना रहा था तभी उत्तरकाशी में सुरंग में खुदाई कर रहे श्रमिक टनल का एक हिस्सा गिरने से 41 मजदूर फंस गए ।सुरंग इतनी सकरी थी कि वह वहां से नहीं निकाल पाए ।रेस्क्यू करने वाली टीम एक प्लान बनती तो दूसरा प्लेन बनती हर प्लान फेल हो जाते कामयाबी कोसों दूर थी ।ऐसे में चूहा छेदन कंपनी नवयुग के कर्मचारी देवदूत बनकर आए ।उन्होंने देशी जुगाड से सुरंग में छेद कर 41 श्रमिकों को बाहर निकलने का काम किया। उन्हें सुरक्षित निकालने में झांसी के रैट स्पेनर्स प्रसादी लोधी व राकेश राजपूत और भूपेंद्र राजपूत का अहम योगदान रहा।

HBTU Kanpur के 102 साल : हरकोर्ट बटलर की पहल पर कानपुर में बना एचबीटीयू

HBTU Kanpur के 102 साल : हरकोर्ट बटलर की पहल पर कानपुर में बना एचबीटीयू
HBTU Kanpur के 102 साल : हरकोर्ट बटलर की पहल पर कानपुर में बना एचबीटीयू

HBTU Kanpur के 102 साल : हरकोर्ट बटलर की पहल पर कानपुर में बना एचबीटीयू विश्वविद्यालय कानपुर में ,बात है अंग्रेजी हुकूमत समय की  लेफ्टिनेंट गवर्नर जॉन हेवेट ने इंडस्ट्रियल विकास के लिए कमेटी का गठन किया था। कमेटी में एजुकेशन मेंबर रहे स्पेंसर हरकोर्ट बटलर ने कानपुर के लोगों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए 1908 में यहां संस्थान खोलने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि बटलर का पद चले जाने की वजह से संस्थान नहीं खुल सका मामला दबा दिया गया।

1920 में फिर से संस्थान खोलने की बात चली। इस बार कानपुर के बजाय लखनऊ टेक्निकल स्कूल को गवर्नमेंट टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट बनाने की कवायत होने लगी। तो हरकोर्ट बटलर कानपुर में ही संस्थान बनाने पर अड़ गए इस पर कमेटी को कानपुर में ही गवर्नमेंट टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट खोलना पड़ा। जो अब एचबीटीयू के नाम से जाना जाता है।

यह जानकारी संस्थान के 1980 बैच के छात्र विश्वनाथ चट्टोपाध्याय की किताब से मिली है ,25 नवंबर 1921 संस्थान की इमारत की नई ब्रिटिश इंडिया के संयुक्त प्रांत के गवर्नर स्पेंसर हरकोर्ट बटलर ने रखी थी। सबसे ज्यादा  रिसर्च करने वाले देश का पहला संस्थान था। वर्ष 1926 में जब प्रधानाचार्य ईआर वाटसन रिटायर हो रहे थे। और नए प्रधानाचार्य डॉ. गिल्बर्ट जी फोलर ने कार्यभार ग्रहण किया। तो संस्थान का नाम बदलकर गवर्नर के नाम पर हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट रखा गया था।

1932 से 1964 के बीच शुरू हुए कई टेक्नोलॉजी कोर्स:

1932 से 1964 के बीच यहां शोध कोर्सों के साथ ग्लास टेक्नोलॉजी  इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल इंजीनियरिंग स्नातक में कोर्स शुरू हुए।

1961 में गणित विभाग, 1964 में प्लास्टिक टेक्नोलॉजी बायोकेमिकल इंजीनियरिंग व फूड टेक्नोलॉजी मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स  शुरू हुए। पीएचडी भी शुरू हुई।

HBTU kanpur ने देश को दिया ऑयल टेक्नोलॉजी का उपहार

एचबीटीयू ने देश को ऑयल टेक्नोलॉजी कोर्स को उपहार दिया था खाने से लेकर साबुन बनाने तक में इस्तेमाल होने वाले ऑयल टेक्नोलॉजी की पढ़ाई एचवीटीयू में ही शुरू हुई थी। यहां से निकले छात्रों ने देश भर में पहचान बनाई 1930 बैच के केडी मालवी को फादर आफ पैट्रोलियम इंडस्ट्री भी कहा जाता है।

HBTU कानपुर लेदर और शुगर टेक्नोलॉजी का जन्मदाता बना।

1928 मैं इसी संस्थान में शुगर टेक्नोलॉजी कोर्स शुरू किया गया था। जिसे 1936 में अलग से शर्करा संस्थान बनाने के कारण बंद कर दिया गया। यही संस्थान अब कल्याणपुर में राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के रूप से जाना जाता है। इसी तरह वर्ष 1922 में संस्थान में लेदर टेक्नोलॉजी कोर्स शुरू हुआ था बाद में लेदर टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट का भी अलग से निर्माण हुआ

एचबीटीयू के पूर्व छात्रों ने देश विदेश में नाम रोशन किया

1930 बैच के केडी मालवीय को फादर ऑफ इंडियन पैट्रोलियम इंडस्ट्री कहा जाता है तेल टेक्नोलॉजी से पढ़ाई करने वाले मालवीय 1970 में पेट्रोलियम मंत्री भी रह चुके हैं।

1991 बच के बलराम उपाध्याय सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक है वर्तमान में कमिश्नर आफ पुलिस के पद पर तैनात हैं

एचबीटीयू के 1991 बैच के प्रोफेसर विनय कुमार पाठक साइंस विभाग के छात्र रहे हैं वर्तमान में वह सीएसजेएमयू विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति हैं

1987 बैच के पूर्णेन्दु घोष बायोकेमिकल इंजीनियरिंग के छात्र रहे हैं वह बिरला इंस्टीट्यूट आफ साइंटिफिक रिसर्च के निदेशक पद पर भी रह चुके हैं।

1972 बैच के दिनेश सहारा केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र रहे हैं वह रुचि ग्रुप आफ इंडस्ट्री के एक सीएमडी रहे हैं।

1980 बैच के राजीव प्रताप सिंह एमटेक के छात्र रहे। उन्होंने नूडल्स को खराब होने से बचाने और स्वादिष्ट मसाला तैयार करने की शुरुआत की।

1974 बैच के राजेंद्र कुमार जालान केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र रहे हैं वह चर्म निर्यात परिषद के वाइस चेयरमैन भी रह चुके हैं।

शमशेर जी मैकेनिकल इंजीनियरिंग  के हैं वर्तमान में एचबीटीयू के कुलपति हैं।

102 वर्ष पहले एचबीटीआई की हुई थी स्थापना

102 वर्ष पहले एचबीटीआई की हुई थी स्थापना
102 वर्ष पहले एचबीटीआई की हुई थी स्थापना

देश के सबसे पुराने तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शामिल होना गौरव की बात है कई तकनीकी शिक्षण संस्थान ने एचबीटीआई परिषद से ही अपनी विकास यात्रा शुरू की है तकनीक और शिक्षण में अग्रणी बनने के लिए संस्थान के पूर्व शिक्षकों और छात्रों ने भी कड़ी मेहनत की है इसी परंपरा को बनाए रखते हुए संस्थान ने पहली बार में नैक मूल्यांकन में ए प्लस का ग्रेड हासिल किया है। प्रोफेसर एसके शर्मा कुलसचिव HBTU कानपुर

World Cup 2023:विश्व कप 2023 फाइनल मैच मे भारत और ऑस्ट्रेलिया मे होगी भिड़ंत, नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा

विश्व कप 2023 फाइनल मैच मे भारत और ऑस्ट्रेलिया मे होगी भिड़ंत
विश्व कप 2023 फाइनल मैच मे भारत और ऑस्ट्रेलिया मे होगी भिड़ंत

World Cup 2023:विश्व कप 2023 फाइनल मैच मे भारत और ऑस्ट्रेलिया मे होगी भिड़ंत, नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा।

19 नवंबर को भारत विश्व कप फाइनल नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में फाइनल मुकाबला होगा। फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा की टीम करो या मरो की स्थिति में आएगी।क्योंकि भारत के लिए इस इस मुकाबले को जितना बहुत ही आवश्यक है विराट कोहली अच्छे फॉर्म में है शुभम गिल व सभी खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस में लगे हुए हैं।

Sauth Africa vs Australia world cup semifinal : ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराया फाइनल में पक्की की जगह। दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप 2023 का दूसरा सेमीफाइनल कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया के साथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराकर फाइनल का टिकट पक्का किया। 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच खेला जाएगा

SA vs AUS : ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराया फाइनल में पक्की की जगह

SA vs AUS : ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराया फाइनल में पक्की की जगह

Sauth Africa vs Australia world cup semifinal : ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराया फाइनल में पक्की की जगह। दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप 2023 का दूसरा सेमीफाइनल कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया के साथ अफ्रीका को तीन विकेट से हराकर फाइनल का टिकट पक्का किया। 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच खेला जाएगा

मैच में पहले बैटिंग करते हुए साउथ अफ्रीका की टीम ने डेविड मिलर की शतकीय  पारी के दम पर 212 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया टीम को जीत के लिए 213 रन का टारगेट दिया।

ऑस्ट्रेलिया अब तक छह बार विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा है और पांच अवसरों पर जीता है ।एकमात्र 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार गया था। दूसरी तरफ 1992 से 2023 तक दक्षिण अफ्रीका पांचवीं बार अंतिम चार में पहुंचा है। 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच खेला जाएगा

 

 

World Cup 2023:विश्व कप 2023 रोहित शर्मा की सेना चौथी बार फाइनल मैच खेलने के लिए तैयार , नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा

World Cup 2023: विश्व कप 2023 रोहित शर्मा की सेना चौथी बार फाइनल मैच खेलने के लिए तैयार,नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल मुकाबला रविवार 19 नवंबर को खेला जाएगा। टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 7 विकेट लिए।

मोहम्मद शमी विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए ।19 नवंबर को भारत विश्व कप फाइनल नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में फाइनल मुकाबला होगा। फाइनल मुकाबले में रोहित शर्मा की टीम करो या मरो की स्थिति में आएगी।क्योंकि भारत के लिए इस इस मुकाबले को जितना बहुत ही आवश्यक है विराट कोहली अच्छे फॉर्म में है शुभम गिल व सभी खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस में लगे हुए हैं।

2011 में भारत बनाम श्री लंका विश्व कप फाइनल मैच भारत ने जीता था

विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था ।इस मैच को भारत ने 6 विकेट से जीत कर वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर दूसरी बार कब्जा किया था। मैच की बात करें तो इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्ले बाजी करने का फैसला लिया था। श्रीलंका की ओर से महिला जयवर्धन ने 88 गेंद पर 13 चौक की मदद से 103 रन बनाए थे तिलकरत्ने दिलशाद ने 33 रन कुमार श्नकाकार ने 48 रन परेरा ने नाबाद 22 रन की पारी खेली थी। श्रीलंका ने 274 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था।

विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया को शुरुआती झटका सचिन तेंदुलकर वीरेंद्र सहवाग के रूप में लगा। इसके बाद विराट कोहली और गति गौतम गंभीर ने पारी को संभाला दोनों के बीच 83 रनों की साझेदारी बनी इस मैच में विराट कोहली ने 35 रन बनाए ।

वहीं गौतम गंभीर ने 97 रन की पारी खेली विराट कोहली के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने बल्लेबाजी की और एस धोनी ने नाबार्ड 97 रन और युवराज सिंह ने नाबाद 21 रन की पारी खेली। टीम इंडिया ने इस मैच को 6 विकेट से जीत लिया

 

Mohammad Shami:मोहम्मद शमी की संघर्ष भरी कहानी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज

Mohammad Shami:मोहम्मद शमी की संघर्ष भरी कहानी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज ,मोहम्मद शमी ने अपनी गेंदबाजी से सभी बल्लेबाजों को परेशान कर रखा है। और उन्होंने न्यूजीलैंड की टीम के खिलाफ 7 विकेट एक ही पारी में लिए और भारत को वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा दिया। शमी की कहानी बड़ी अजीबोगरीब है सभी पहलू को जाने यहां।

Mohammad Shami:मोहम्मद शमी की संघर्ष भरी कहानी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज

मोहम्मद शमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा के सहसपुर अली नगर में एक गरीब परिवार में जन्म हुआ था। मोहम्मद शमी ने क्रिकेट जगत में एंट्री करते ही हर जगह खलबली मचा दी। जिंदगी में कई उतार चढ़ा हुआ है और उन्होंने इन सबको दरकिनार करते हुए अपने क्रिकेट पर फोकस किया और आज दुनिया को दिखा दिया ,कि मोहम्मद शमी एक अच्छा तेज गेंदबाज है।

और भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी जिन्होंने वर्ल्ड कप 2023 में लगातार अपनी तेज गेंदबाजी से दुनिया को साबित कर दिया वह वर्ल्ड के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं

बेवफा हसीन जहां ने दिया मोहम्मद शमी को धोखा

बेवफा हसीन जहां ने दिया मोहम्मद शमी को धोखा
बेवफा हसीन जहां ने दिया मोहम्मद शमी को धोखा

मोहम्मद शमी की लव स्टोरी में प्यार से नफरत ऐसे बड़ी की पूरी दुनिया को उनकी कहानी पता चल गई ।हसीन जहां नाम की महिला जो मॉडलिंग किया करती थी जब वह आईपीएल में केके आर की चीयर लीडर बनी।

इस दौरान शामी की मुलाकात हसीन जहां से हुई। और दोनों के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ी।और  दोस्ती का प्यार में तब्दील हो गई पता ही नहीं चला।

मोहम्मद शमी ने हसीन जहां को पाने के लिए अपने परिवार के खिलाफ अपनी मर्जी से शादी रचा ली। 6 जून 2014 को कोलकाता की हसीन जहां से मोहम्मद शमी से शादी की, और 1 साल बाद 17 जुलाई 2015 को शमी की एक बेटी के पिता  भी बने।

अचानक से दोनों के बीच कुछ अनबन हुई और साल 2018 में हसीन जहां ने मोहम्मद शमी और उनके भाइयों पर मारपीट दुष्कर्म हत्या की कोशिश और घरेलू हिंसा जैसे आरोप लगाए ।और फिर एफआईआर दर्ज कर दी। इतना ही नहीं शामी पर मैच फिक्सिंग आरोप भी लगाए गए थे।

मोहम्मद शमी कर एक्सीडेंट में हुए घायल

साल 2008 में टीम इंडिया की तेज गेंडल मोहम्मद शमी एक कार एक्सीडेंट में घायल हो गए थे ।देहरादून से नई दिल्ली जाते समय उनका कर एक्सीडेंट हो गया था ।जिसमें उनके सर में कई चोट आई थी और दाहिनी आंख के ऊपर तीन से चार टांके भी लगे थे। इस वजह से वह काफी समय तक मैदान से दूर रहे हालांकि शामी ने शानदार वापसी की और इस साल 47 विकेट लिए थे।

पिताजी की मौत से मोहम्मद शमी को लगा झटका

मोहम्मद शमी के पिता का निधन 27 जनवरी 2017 को हुआ पिता तौसीफ अहमद देर रात दिल का दौरा पड़ने की वजह से दुनिया को अलविदा कह गए उनके निधन की बात सुनकर काफी भावुक हुए। लेकिन पिता के सपने को पूरा करने की ठानी और शानदार वापसी कर क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लिए।

मोहम्मद शमी ने लिए 7 विकेट एक ही पारी में

मोहम्मद शमी इस समय क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत के लिए मैच में अहम भूमिका निभा रहे हैं शमी ने कुल 54 विकेट लिए और वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में छठे स्थान पर है

मोहम्मद शमी मौजूद वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर भारत को फाइनल में पहुंचने में अहम भूमिका निभाई

Diwali 2023: दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, और इस दिन क्या करें, क्या नहीं

Diwali 2023 Puja Shubh Muhurat: दिवाली की रात सर्वार्थ सिद्ध की रात मानी जाती है, शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी और गणेश पूजन विधि विधान के साथ पूजन करने से जीवन में खुशियां आती हैं और लक्ष्मी गणेश जी की कृपा बनी रहती हैं।

Diwali 2023: दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, और इस दिन क्या करें
Diwali 2023: दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, और इस दिन क्या करें

Diwali 2023: 12 नवंबर 2023 को दिवाली है यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है इस दिन पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम से दिवाली का उत्सव मनाया जाता है। दिवाली में दीपक जलाने का एक प्रचलन है दिवाली की रात लक्ष्मी गणेश जी की पूजा की जाती है मान्यता है कि यदि आप सच्चे मन और विधि विधान से पूजा करते हैं तो धन की देवी मां लक्ष्मी और बुद्धि की देवता गणेश आपसे प्रसन्न रहेंगे ,आपका पूरा साल अच्छा बीतेगा और आप पर लक्ष्मी गणेश जी की कृपा बनी रहेगी। दिवाली की रात सर्वार्थ सिद्धि की रात मानी जाती है ऐसे में शुभ मुहूर्त पर विधि विधान के साथ पूजन करने से जीवन में खुशियां आती हैं चलिए हम बताते हैं दिवाली की पूजा विधि शुभ मुहूर्त महत्व और इस दिन क्या करें और क्या ना करें।

दीवाली 2023 पूजा का शुभ मुहूर्त Diwali Puja Shubh Muhurat

Diwali 2023: दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, और इस दिन क्या करें
Diwali 2023: दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, और इस दिन क्या करें

दिवाली 2023 की पूजा का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर की शाम 5:40 से लेकर 7:36 तक है वहीं लक्ष्मी जी की पूजा के लिए महानिशीथ काल मुहूर्त रात 11:39 से मध्य रात्रि 12:31 तक है इस मुहूर्त में लक्ष्मी पूजा करने से जीवन में अपार सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।

दिवाली पूजा सामग्री लिस्ट Diwali 2023 Puja samagri list

  • गणेश जी मां लक्ष्मी माता सरस्वती और कुबेर देव की मूर्ति।
  • पान का पत्ता, और सुपारी ,केसर फल ,कमल का फूल ,पीली कौड़िया ,धान का लावा,बताशा ,मिठाई ,मोतीचूर लड्डू पंचमेवा।
  • शहद, इत्र, गंगाजल, दूध, दही, तेल, शुद्ध घी, कलावा पंच पल्लव सतधान्य।
  • लाल फूल ,कमल और गुलाब के फूल ,माला, सिंदूर ,कुमकुम रोली चंदन।
  • कलश, पीतल का दीपक मिट्टी का दिया हुई की बत्ती नारियल लक्ष्मी और गणेश के सोने या चांदी के सिक्के धनिया

आसन के लिए लाल या पीले रंग का कपड़ा लकड़ी की चौकी आम के पत्ते लांग आदि।

Diwali Puja Vidhi 2023 दिवाली 2023 पूजा विधि

दिवाली पर मुख्य रूप से मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। ऐसे में सबसे पहले हम जिस स्थान पर जिस घर के स्थान पर पूजा करते हैं सबसे पहले उसको हम साफ करते हैं गाय के गोबर से उसको अच्छे से लिपाई करते हैं ।और एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाए ,फिर इस चौकी पर बीच में मुट्ठी भर अनाज रखें कलस को अनाज के बीच में रखें इसके बाद कलश में पानी भरकर एक सुपारी गेंदे का फूल एक सिक्का और कुछ चावल के दाने डालें । कलश पर पांच आम के पत्ते गोलाकार आकार में रखें बीच में देवी लक्ष्मी की मूर्ति और कलश के दाहिनी ओर भगवान गणेश की मूर्ति रखें ।अब एक छोटी सी थाली में चावल के थाली ना हो तो प्लेट में चावल दोनों का एक छोटा सा देर बनाएं हल्दी कमल का फूल बनाएं कुछ सिक्के डालें मूर्ति के सामने रख दें इसके बाद अपने व्यापार लेखा पुस्तक और अन्य धन व्यवसाय से फैक्ट्री नौकरी संबंधित वस्तुओं को मूर्ति के सामने रखें अब देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश को तिलक करें और दीपक जलाएं।दिवाली पर जाने लक्ष्मी गणेश पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व

Diwali Puja mantra दिवाली पूजा मंत्र

श्री गणेश मंत्र

गजानन म्भूतगभू गणदीसेवितम कपित्य जंबू फल चार भक्षणम। उमासूतम सु शोक के विनाशकारकम नमामि विग्नेश्वर पाद पंकजम।।

मां लक्ष्मी मंत्र

ओम श्री हीम श्री कमले कमलालये प्रसीद प्रसिद श्रीहींम  श्री ओम महालक्ष्मी नमः।।

दीवाली पर क्या करें

दिवाली के दिन प्रात काल स्नान करके स्वच्छ और सुंदर कपड़ो को पहने, घर में पकवान बनाएं घर को सजाए अपने से बड़ों का आशीर्वाद ले, माता-पिता से आशीर्वाद ले ,शाम को पूजा करें मां लक्ष्मी गणेश की विधि विधान से पूजा करें व्यावसायिक प्रतिष्ठान गाड़ी की भी विधिपूर्वक पूजा करें घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं  गरीब लोगों में भोजन का वितरण करें।

दीवाली पर क्या न करें

दिवाली के दिन ना कर्ज दें ,और ना लें दिवाली के दिन घर के प्रवेश द्वार पर या घर के अंदर कहीं भी गंदगी ना रहने दे, इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को दरवाजे से खाली हाथ ना जानें दे। दिवाली के दिन जुआ ना खेले शराब और मांसाहारी भोजन न करें। भगवान गणेश जी की मूर्ति ना रखें जिसकी सूंड दाहिनी ओर हो। पूजा स्थल को रात भर खाली न छोड़ें उसमें इतना घी या तेल डालें की पूरी रात जलते रहे।

दीवाली उपाय

दिवाली की रात पूजा के दौरान मां लक्ष्मी भगवान गणेश और कुबेर जी को प्रसन्न करने के लिए उनका प्रिय भोजन अर्पित करें। लक्ष्मी जी को खीर या फिर दूध से बनी सफेद मिठाई का भोग लगाए। गणेश जी को मोदक लड्डू का भोग लगाए। वहीं भगवान कुबेर देवता को साबुत धनिया चढ़ाये ,मानता है की दिवाली पर ऐसा करने से लक्ष्मी गणेश और कुबेर प्रसन्न होंगे ।और आपको सुख समृद्धि का आशीर्वाद देंगे ।और आपके जीवन में खुशियां ही खुशियां आएंगी।

क्यों मनाते है दीवाली

दीपावली रोशनी का  पावन पर्व के त्यौहार का मुख्य दिन है जो बुराई पर अच्छाई और और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है इस दिन भगवान श्री राम ने अत्याचारी रावण का वध किया था और मां सीता जी को आजाद कर अयोध्या में राम लक्ष्मण और सीता सभी लोग आकर उनके लौटने से उत्साहित होकर  अयोध्या वासियों ने घी के दीपक जलाए थे।

Uttar pardesh Earthquake: उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भूकंप के झटके

Uttar pardesh Earthquake: उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भूकंप के झटके .यूपी में भूकंप से दहशत शुक्रवार रात 11:39 मिनट पर भूकंप  के तेज झटके लोगो ने महसूस किये, लोग घर से बाहर निकले ,भूकंप की तीव्रता 5.9 रिक्टर स्केल मापी गई कन्नौज फर्रुखाबाद औरैया कानपुर देहात कानपुर शहर में भूकंप के झटके महसूस किए लोग अपने घरो से बाहर निकल आए सड़कों पर लोग इकट्ठा होने लगें, भूकंप का केंद्र नेपाल में था भूकंप रात 11:39  बजे पर लोगों ने महसूस किया। कुछ लोग सो रहे थे कुछ लोग ऑफिस से घर को जा रहे थे,को डरे हुए थे, कन्नौज के तिर्वा से राहुल सिंह तोमर ने बताया घर में लगे पंखे खिड़की हिलने लगे लगभग 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस हुऐ। अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई।

Word Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस आज क्यों, क्या है जाने इस दिन का इतिहास महत्व और थीम 2023

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Word Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस आज क्यों, क्या है जाने इस दिन का इतिहास महत्व और थीम 2023

विश्व खाद्य दिवस 2023:फोटो सोशल मीडिया

Word Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस आज क्यों, क्या है जाने इस दिन का इतिहास महत्व और थीम 2023.आज 16 अक्टूबर 2023 को विश्व खाद्य दिवस मनाया जा रहा है विश्व खाद दिवस का उद्देश्य हर व्यक्ति तक सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की पहुंच को सुनिश्चित करना है ।और साथ ही कुपोषण और भुखमरी के लिए जागरुकता को फैलाना है ।कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे ,और हर व्यक्ति फूड खाने के बाद सुरक्षित रहे ।दुनिया भर के लगभग 150 देशों में भुखमरी और गरीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह खास विश्व खाद्य दिवस मनाया जा रहा है और लोगों को इसके प्रति जागरूक होना है कि भोजन एक बुनियादी जरूरत और मौलिक मानव अधिकार है।

Word Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस आज क्यों, क्या है जाने इस दिन का इतिहास महत्व और थीम 2023
Word Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस आज क्यों, क्या है जाने इस दिन का इतिहास महत्व और थीम 2023

खाद्य दिवस का इतिहास क्या है

सन 1945 में संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की स्थापना की गई। वर्ष 1979 में विश्व खाद दिवस शुरू किया गया था। FAO के सदस्य देशों ने 20 वें महासम्मेलन के दौरान नवंबर 1979 में वर्ल्ड फूड डे की स्थापना की, और 16 अक्टूबर 1981 को इसे मनाने का आवाहन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 दिसंबर 1980 को इसकी आधिकारिक पुष्टि की और सभी से योगदान देने के लिए आग्रह किया गया।

वर्ष 2023 की वर्ल्ड फूड डे की थीम क्या है?

वर्ष 2023 के लिए विश्व खाद दिवस का विषय है जल ही जीवन है जल ही भोजन है किसी को पीछे ना छोड़े, water is the life, water is food, leave no one behind।

क्या है खाद्य और कृषि संगठन (FAO)?

फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन यानी खाद और कृषि संगठन संयुक्त राष्ट्र की एक खास एजेंसी है जिसकी स्थापना 16 अक्टूबर 1945 को हुई थी। इसका हेड क्वार्टर है इटली के रोम में यह पूरी दुनिया में 130 से अधिक देशों में काम करता है खाद और कृषि संगठन का उद्देश्य सभी के लिए आवश्यक खाद्य सुरक्षा हासिल करना है।

World Food Day 2023: ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 की रिपोर्ट

ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 में भारत 125 देश में से 111 वें स्थान पर है जो भूख के गंभीर स्तर को दर्शाता है पाकिस्तान 102 वें स्थान पर ,बांग्लादेश 81 वें स्थान पर , नेपाल 69 वें श्रीलंका 60 वें स्थान पर है जैसे पड़ोसी देशों ने भारत से बेहतर स्कोर किया है

Global Hunger Index 2023: पर भारत सरकार की क्या प्रतिक्रिया है

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने रिपोर्ट की पद्धति के बारे में चिंता जताई है जिसमें गंभीर मुद्दे और दुर्भावना पूर्ण इरादे का सुझाव दिया गया है।

सरकार के पोषण ट्रैकर के डाटा से पता चलता है कि बाल दुर्बलता का प्रसार 7.2% से कम है जो ग्लोबल हंगर इंडेक्स के 18.7% के रिपोर्ट के आंकड़े के विपरीत है।

What is Food: भोजन क्या है?

हर व्यक्ति अपनी भूख मिटाने के लिए फूड को खाता है। भोजन की वजह से हर व्यक्ति जीवित और स्वस्थ रहता है। हर कार्य, भाग दौड़ भोजन की वजह से कर पता है।

हर व्यक्ति को भोजन और पानी ग्रहण करने का मौलिक अधिकार है।

Indian Air force day 2023: भारत आज मना रहा है 91वां भारतीय वायु सेना दिवस

Indian Air force day 2023

भारतीय वायु सेना दिवस 2023, फोटो सोशल मीडिया

भारत आज मना रहा है 91वां भारतीय वायु सेना दिवस

Indian Air force day 2023: भारत आज मना रहा है 91वां भारतीय वायु सेना दिवस ,Indian Air force day भारत में प्रतिवर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है। भारत अपना 91वा वायु सेना दिवस मना रहा है। भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। इसके बाद से 8 अक्टूबर को हर वर्ष भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है। इस बार की थीम है  “IAF एयर पावर बियोंड बाउंड्रीज (Air power beyond boundaries ” हैं

  भारतीय वायु सेना दिवस 2023: फोटो सोशल मीडिया

भारतीय वायु सेना को आज मिलेगा  नया ध्वज

भारतीय नौसेना के बाद अब भारतीय वायु सेना को भी नया ध्वज मिल जाएगा ।प्रयागराज में भारतीय वायुसेना के 91 वे स्थापना दिवस पर नए ध्वज का अनावरण वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी करेंगे ,यहां मध्य वायु कमान मुख्यालय बमरौली में वायु सेना की परेड के बाद वायु सेना के नए ध्वज का अनावरण किया जाएगा।

Indian Air force day 2023: के लिए थीम क्या है

IAF एयर पावर बियोंड बाउंड्रीज (Air power beyond boundaries ” हैं यानि भारतीय वायु सेना सीमाओं से पर वायु सेना निर्धारित की गई है

भारतीय वायु सेना की स्थापना कब हुई थी।

भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 , यानि 90 साल पहले हुई थी।

भारतीय वायु सेना का motto मकसद क्या है

Touch the sky with glory यानी गरिमा के साथ आकाश को छुओ। यह वाक्य भगवत गीता से लिया गया है।

भारतीय वायु सेना के प्रमुख अधिकारी वर्तमान में 

कमांडर इन के कमांडर इन चीप राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ CDS: जनरल अनिल चौहान

चीफ ऑफ़ द एयर स्टाफ CAS: एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी

वाइस चीफ ऑफ़ एयर स्टाफ: एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह